प्रोफेसर नाम सुनते ही अमूनन लोग अपने favourite professor का जिक्र करने लगते हैं एवं कई student उन्हीं की तरह प्रोफेसर भी बनने का सपना देखते हैं। इसके आलावा अधिकतर विधार्थी अपना करियर इसी फिल्ड में बनाना चाहते हैं क्योंकि यह सम्मानजनक पद तो होता ही है साथ ही इस क्षेत्र में सैलरी भी अच्छी मिलती है।
जैसा कि हम जानते हैं कि किसी भी फिल्ड में अपना भविष्य निर्धारित करने के लिए उस क्षेत्र के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। इसलिए जो लोग professor बनना चाहते हैं वह इंटरनेट व व्यक्तिगत रूप से प्रोफेसर बनने की जानकारी प्राप्त करने कि कोशिश में लगे रहते हैं। यदि आप भी प्रोफेसर बनने के लिए महत्पूर्ण जानकरी की खोज कर रहे हैं तो आज का लेख आपके लिए ही समर्पित है क्यूंकि आज हम आप से professor kaise bane? इसकी गहन चर्चा करने वाले हैं परन्तु उससे पहले प्रोफेसर से जुड़ी कुछ मुख्या बातें जान लेते हैं।
प्रोफेसर कौन होते है | Who is Professor in Hindi
महाविद्याल (Collage) अथवा उच्च माध्यमिक (12th Class) में किसी एक विषय का ज्ञाता (सब्जेक्ट का स्पेशलिस्ट) के प्रखर प्रवक्ता को प्रोफेसर कहा जाता है। महाविद्याल (Collage) अथवा उच्च माध्यमिक (12th Class) में विधार्थी द्वारा चयनित विषय (Subject) का अध्ययन ही करवाया जाता है एवं चयनित विषय के शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी प्रोफेसर की होती है।
प्रोफेसर के विभिन्न पद | Various Post of Professor in Hindi
प्रोफेसर की नियुक्ति कई पदों पर की जाती है। आपको भारत में प्रोफेसरों की नियुक्ति इन निम्नलिखित पदों देखने को मिल जाएगी –
(i) Visiting Professor / Guest Professor
(ii) Assistant Professor
(iii) Associate Professor
चलिए इन सभी पदों के बारे में थोड़ा और विस्तारपूर्वक जानते हैं।
1. Visiting Professor / Guest Professor
Visiting Professor या गेस्ट प्रोफेसर का मतलब होता है एक अतिथि प्रोफेसर जो की अस्थायी (temporary) रूप से रखा जाता है। गेस्ट प्रोफेसर की जॉब परमानेंट नहीं होती बल्कि उन्हें कांटेक्ट बेसिस पर रखा जाता है। बता दें की गेस्ट प्रोफेसर की नौकरी पाना प्रोफेसर के अन्य पदों पर नौकरी पाने से ज्यादा आसान है।
2. Assistant Professor
प्रोफेसर लेवल के बड़े पदों पर जल्दी पहुँचने के लिए आप सीधे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हो कर आगे बड़ सकते हैं। एक लेक्चरर भी पदोन्नति होने के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकता है। इसके अलावा एक गेस्ट प्रोफेसर भी परमानेंट होने के बाद पदोन्नति मिलने पर असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकता है। सीधे असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए आपको शिक्षण क्षेत्र में अर्थात एक शिक्षक के रूप में Experience होना भी जरुरी है।
3. Associate Professor
एसोसिएट प्रोफेसर बनने के लिए आपको शिक्षण क्षेत्र में अर्थात एक शिक्षक के रूप में 10 से 12 साल का अनुभव होना जरुरी है। इसके साथ ही यह भी जरूरी है की आप ने पुस्तकों / शोध पत्रों की न्यूनतम निर्धारित संख्या प्रकाशित की हो। बता दें की एक असिस्टेंट प्रोफेसर पदोन्नति के बाड़ ही एसोसिएट प्रोफेसर बन सकता है जबकि एक एसोसिएट प्रोफेसर पदोन्नति के बाद प्रोफेसर कहलाने लगता है।
प्रोफेसर बनने के लिए योग्यता | Professor Eligibility in Hindi
किसी भी पद को आप तभी प्राप्त कर सकते हैं जब आपके पास उस पद के मुताबिक योग्यता होती है। इसलिए प्रोफेसर बनने के लिए आपके पास इस प्रकार की योग्यता का होना जरुरी है –
1. प्रोफेसर बनने के लिए आपके पास अपने चयनित विषय से 12th पास होना आवश्यक है।
2. ग्रेजुएट (स्नातक) में 50% होना जरुरी है।
3. पोस्ट ग्रेजुएट (परास्नातक) में कम से कम 55% अंक का होना आवश्यक है। लेकिन आरक्षित वर्ग के अंक 50% होने चाहिए।
प्रोफेसर बनने के लिए आयु सीमा | Age Requirements to become Professor
प्रोफेसर बनने के लिए हमारे देश में केवल योग्यता का होना आवश्यक है अतः प्रोफेसर के लिए किसी भी तरह की उम्र सीमा तय नहीं की गई है।
प्रोफेसर कैसे बने | Professor Kaise Bane
दोस्तों प्रोफेसर एक वरिष्ठ पद होता है इसलिए इस पद को प्राप्त करने के लिए आपको कुछ चरणों से होकर गुजरना पड़ेगा तभी आप इस फिल्ड में अपना करियर बना सकते हैं। प्रोफेसर बनने के लिए आपको अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग eligibility criteria पूरे करने होंगे। जरूरी पात्रता की बात करें तो नीचे बताये गए कुछ परीक्षा या कोर्स में उत्तीर्ण होना आपके लिए महत्पूर्ण हैं।
1. Ugc Net Exam
महाविद्यालय/ विश्वविद्यालय में आपको शिक्षक बनने के लिए UGC NET (National Eligibility Test) परीक्षा पास करना जरुरी है। यूजीसी एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जिसको सीबीएसई यूनिवर्सिटी ग्रान्ट्स कमीशन द्वारा एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है। UGC NET exam कम्प्यूटर पर आधारित ऑनलाइन परीक्षा होती है जिसको पास करने के बाद आप चयनित कॉलेज में शिक्षक बन सकते हैं।
2. M.Phil & Ph.D
M.Phil और Ph.D भारत में प्रसिद्ध कोर्स हैं एवं यह कोर्स वही विधार्थी कर सकते हैं जिसके पोस्ट ग्रेजुएट में 55% अंक होते हैं, इसके लिए आरक्षित वर्ग को अंकों में छूट है अवं कई जगहों पर सामान्य वर्ग को भी कम अंकों में दाखिला मिल जाता है। M.Phil या Ph.D में प्रवेश लेने के लिए सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ेगा। M.Phil या Ph.D में किसी एक कोर्स को पूरा करने के बाद आप कॉलेज में प्रोफेसर बन सकते हैं एवं अपने नाम के आगे डॉ. लगा सकते हैं।
3. Gate
Gate (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) का आयोजन आईआईएससी, एमएचआरडी, आईआईटी द्वारा आयोजित किया जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जिसको पास करने के बाद आप इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर बन सकते हैं।
4. Slet
SLET (State Level EligibilityTest) राज्यस्तरीय परीक्षा होती है जिसका आयोजन यूजीसी के द्वारा किया जाता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आप केवल राज्य स्तर के महाविद्यालय व विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बन सकते हैं।
5. Csir Net
यदि आप रिसर्च इंस्टिट्यूट में प्रोफेसर बनना चाहते है तो आपको CSIR NET परीक्षा को पास करना आवश्यक है। इस परीक्षा का आयोजन काउंसलिंग ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) द्वारा किया जाता है। बता दें कि सीएसआईआर द्वारा यूजीसी नेट परीक्षा अलग-अलग क्षेत्रों में आयोजित की जाती है। मुख्य रूप से यह परीक्षा पृथ्वी, वायुमंडलीय, गृह विज्ञान, जीव विज्ञान, गणितीय, भौतिक विज्ञान, विज्ञान, रासायनिक विज्ञान विषयों पर होती है जिसको एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) से सम्मानित किया जाता है एवं योग्य उम्मीदवारों को मेरिट के आधार पर lecturer के लिए चुना जाता है।
प्रोफेसर बनने के बाद जॉब का स्वरुप | Position that you can achieve after becoming professsor
प्रोफेसर बनने के बाद आप पदोन्नति होने पर नीचे बताये गए विभिन्न पदों को प्राप्त कर सकते हैं।
1. Head of the department (विभागाध्यक्ष)
2. Professor (प्रोफेसर)
3. Associate Professor (उप सहायक प्रोफेसर)
4. Assistant Professor (सहायक प्रोफेसर)
5. Lecturer (व्याख्याता)
6. Guest प्रोफेसर (अतिथि प्रोफेसर)
प्रोफेसर बनने के लिए कौशल | Skills Required to become professor
दोस्तों प्रोफेसर एक वरिष्ठ पद होता है इसलिए उसके मुताबिक योग्य उम्मीदवार के पास विशिष्ठ कौशल का होना भी आवश्यक है। तो आईये जानते हैं कि प्रोफेसर बनने के लिए उम्मीदवार के पास किस प्रकार के कौशल होना चाहिए।
1. जिस विषय का आपको प्रोफेसर बनना है उस विषय की आपको गहन जानकारी होना चाहिए।
2. विधार्थियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए रचनात्मक दिमाग (creative mind) होना जरुरी है।
3. एक अच्छा प्रोफेसर बनने के लिए प्रखर प्रवक्ता होना चाहिए जिससे आप किसी भी विषय को बच्चों को समझा सकें।
4. सकारत्मक सोच और समस्याओं का समाधान करना आना चाहिए।
5. एक गुणात्मक प्रोफेसर की गहन सोच, रचनात्मक कार्यों में रूचि होना जरुरी है।
तो दोस्तों ये थी प्रोफेसर बनने से जुड़ी कुछ विस्तृत जानकारी। हम आशा करते हैं की आप Professor kaise bane इस बात से भलीभांति परिचित हो गए होंगे। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें ताकि आपको ऐसी ही जानकारी मिलती रहे।
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Thank you so much sir mujhe PhD karnea sir kitna number chahiye sir