Thursday, April 25, 2024
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    जानना चाहते हैं कि Dance Kaise Sikhe: तो पढ़ें ये आसान तरीके

    About Dance Kaise Sikhe: अपनी खुशी को जाहिर करने के लिए हम सभी डांस करते हैं। इसलिए शादी, समारोह, बर्थडे पार्टी या फिर कोई त्यौहार हो बगैर डांस के सब फीका लगता है। यही वजह है कि अपनी खुशियों को प्रगट करने के लिए हम सभी डांस करते हैं। लेकिन दोस्तों आपको बता दें कि डांस एक कौशल है यदि आप केवल हाथ पैरों को चलाना व कमर को घुमाना डांस समझते हैं तो ऐसा नहीं है।

    दरअसल डांस केवल हमारे शरीर में उत्साह व उमंग ही जागृत नहीं करता है बल्कि डांस में महारत हांसिल करके हम अपना कैरियर भी बना सकते हैं। अब आप में से कई पाठक सोच रहे होंगे कि हमें तो डांस आता ही नहीं है एवं डांस को कैसे सीखा जाये तो दोस्तों आपको चिंतित होने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं है क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि dance kaise sikhe और कहाँ से सीखें।

     

    डांस क्या होता है | What is Dance in Hindi

    डांस सीखने से पहले यह जानना जरुरी है कि डांस क्या होता है। इसलिए आपको बता दें कि डांस अपने सुर, ताल, लय के साथ अपने मनोभावों को प्रगट करने वाली एक कला व अभिव्यक्ती होती है। अतः डांस एक ऐसी कला है जिसके द्वारा बिना बोले अपना संदेश कई लोगों तक पंहुचा सकते हैं। आपकी जानकारी के बता दें कि हिंदी में डांस को नृत्‍य कहा जाता है।

     

    डांस के प्रकार | Types of Dance in Hindi

    दोस्तों डांस का क्षेत्र काफी बड़ा है अतः डांस अनेक प्रकार का होता है। लेकिन यदि हम प्रचलित डांस के प्रकारों की बात करें तो डांस को प्रमुख्य दो भागों में बांटा गया है जिसमें भारतीय शास्त्रीय नृत्य और पश्चिमी नृत्य के प्रकार सम्मिलित हैं। इसलिए विस्तार से अब हम आपको शास्त्रीय नृत्य और पश्चिमी नृत्य के प्रकरों के विषय में बताने वाले हैं

     

    भारतीय शास्त्रीय नृत्य के प्रकार | Types of Classical Dance in Hindi

    1. कथक नृत्य

    कथक भारत का प्रसिद्ध नृत्य है इसलिए कथक को लोकनृत्य भी कहा जाता है। कथक शब्द का अर्थ होता है कथा या नाटक का नृत्य के माध्यम से कथन करना। बता दें कि शरीर के विभिन्न अंगों के सञ्चालन द्वारा मन के भाव प्रगट करने को कथक नृत्य कहा जाता है। कथक के अंतर्गत नाटक नृत्य, कसक, ठेका, सम, तालो खाली, अदा आदि नृत्य व लगभग 13 मुद्रायें आती हैं।

    2. ओडिसी नृत्य

    दोस्तों ओडिसी नृत्य जीवित नृत्य के रूप में जाना जाता है। ओडिसी नृत्य का निर्माण पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर मंदिर में नृत्य करने वाली देव दासियों के नृत्य से हुआ है। ओडिसी नृत्य को फुटवर्क, मध्य, हाथ और सिर के साथ समरूपता और लयबद्ध द्वारा सही तरीके से किया जाता है।

    3. भरतनाट्यम नृत्य

    भारतनाट्यम नृत्य को अग्नि नृत्य भी कहा जाता है जिसको शरीर के अंदर आध्यात्म उत्पन्न करने वाला नृत्य मन जाता है। भारतनाट्यम नृत्य के मुख्य रूप से: दर्शन शास्‍त्र, धर्म व विज्ञान यह तीन मूल तत्‍व होते हैं। इस नृत्य को समभंग, अभंग, त्रिभंग तीन भागों में बांटकर किया जाता है।

    4. कुचिपुड़ी नृत्य

    नृत्य कथानक पर आधारित है जिसमें नर्तक नृत्य के माध्यम से दर्शकों से गाकर संवाद करते हैं। बता दें कि कुचिपुड़ी नृत्य भारतनाट्यम नृत्य में कुछ समानताएं देखने को मिलती हैं।

    5. मणिपुरी नृत्य

    मणिपुरी नृत्य की उत्पत्ति मणिपुर से हुई है इसलिए इस नृत्य को मणिपुरी नृत्य के नाम से जाना जाता है। बता दें कि मणिपुरी नृत्य धीमी गति से चलने वाला मनमोहक व आकर्षित नृत्य होता है जिसमें मुख्य रूप से राधा और कृष्ण के प्रेम को दर्शया जाता है।

     

    पश्चिमी नृत्य के प्रकार | Types of Western Dance in Hindi

    1. हिप हॉप डांस

    हिप हॉप डांस युवा वर्ग का पसंदीदा डांस है इसलिए किसी भी डांस शो या फिल्मों में आप हिप हॉप डांस देख सकते हैं। बता दें कि हिप हॉप डांस में ब्रेकिंग, लॉकिंग और पॉपिंग जैसी शैलियां शामिल हैं जिनको बांह, हाथ और कलाइयों की मदद से संचालित किया जाता है।

    2. बॉलरूम डांस

    बॉलरूम डांस विश्वभर में प्रसिद्ध डांस है। बॉलरूम डांस की अंतर्राष्ट्रीय शैली और अमेरिकी शैलियां होती हैं। बॉलरूम डांस बेहद आकर्षित डांस होता है जिसको एक साथी के साथ मिलकर किया जाता है।

    3. सालसा डांस

    सालसा डांस साल्सा संगीत पर आधारित डांस होता है जो एक जोड़ी यानि एक साथी के साथ किया जाता है। बता दें कि सालसा डांस लैटिन और अमेरिका में अत्यधिक प्रसिद्ध है।

    4. बेली डांस

    बेली डांस एकल डांस है जो देखने में बेहद मनभाववान लगता है। बेली डांस में शरीर का प्रत्येक भाग एक्टिव रहता है अर्थात बेली डांस में कमर, छाती, पेट, कंधे, गर्दन आदि भाग चलाये जाते हैं। खास बात यह है कि बेली डांस में पेट व कूल्हे विशेष प्रकार से घुमाएं जाते हैं।

    5. ब्रेक डांस

    ब्रेक डांस सड़क डांस की एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय शैली है जिसमें मुख्य रूप से डाउनरॉक, टॉपरॉक, पावर मूव और फ्रीज़ तत्वों को शामिल किया गया है। ब्रेक डांस को लम्बा करने के लिए कई प्रकार के संगीतों को मिस्क करके भी किया जाता है।

     

    डांस कैसे सीखें | Dance Kaise Sikhe

    dance seekhne ke tarike

    डांस करने के लिए मन में उत्साह व उमंग का होना बेहद जरुरी है। यदि आपके अंदर डांस के लिए जूनून है तो आपको डांस करने से कोई भी नहीं रोक सकता है। तो अगर आपने डांस सीखने का मन बना ही लिया है तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि आप डांस कैसे सीख सकते हैं।

     

    1. हाथ, पैर व कमर चलाना सीखें

    दोस्तों डांस की शुरुआत आपको पैरों से करनी होगी। सबसे पहले दोनों पैरों को अप एंड डाउन करके चलना सीखें। जैसे ही आप पैर चलाना सीख जायेंगे तो आपकी कमर भी थोड़ी-थोड़ी चलने लगेगी अब कमर को गोल व दाएं-बाएं घूमने का अभ्यास करें। इसके बाद अपने इक्षानुसार हाथों को किसी भी मुद्रा में चलाएं।

     

    2. साउंड से करें डांस

    डांस की शुरुआत करने के लिए आप बगैर देखे स्वयं से स्टेप बनाकर डांस करें। ऐसा करने से न सिर्फ आपकी बॉडी लचीली होगी बल्कि आपके मनोभाव भी सही तरह से प्रगट होंगें। इसलिए शुरूआती दिनों में साउंड की मदद से आप फ्रीस्टाइल में डांस करके डांस को जल्दी सीख सकते हैं।

     

    3. अपना पसंदीदा डांस स्टाइल

    दोस्तों किसी भी चीज को सीखने के लिए सबसे पहले उसमें रूचि होना जरुरी है। इसलिए सबसे पहले यह चयन करें कि आपका पसंदीदा डांस कौनसा है उसके बाद उस डांस को करने की कोशिश करें।

     

    4. यूट्यूब से सीखें डांस

    डांस सीखने के लिए आपके पास Youtube एक बेहतरीन विकल्प है। बता दें यूट्यूब पर आपको कई डांस क्लासेस मिल जाती हैं जिनकी मदद से आप आसानी से डांस सीख सकते हैं। यूट्यूब पर आप अपने अनुसार डांस का चयन करके किसी भी तरह का डांस फ्री में सीख सकते हैं।

     

    5. डांस क्लासेस ज्वाइन करें

    दोस्तों बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त करना संभव नहीं होता है। इसलिए डांस की बारिकियों को जानने व समझने के लिए आप डांस क्लास ज्वाइन कर सकते हैं। इसके आलावा डांस में विशेष योग्यता प्राप्त करने के लिए आप डांस सम्बंधित डिग्री या डिप्लोमा भी कर सकते हैं।

     

    6. संगीत को फील करें

    डांस सीखने के लिए संगीत को फील करना आवश्यक है। जब तक आप संगीत को फील नहीं करेंगे तब तक आपके सही मनोभाव प्रदर्शित नहीं होंगें।

     

    7. प्रतिदिन अभ्यास करें

    दोस्तों डांस एक कला है जिसको सीखने में कई महीनो व सालों का समय लग जाता है। इसके आलावा यदि डांस का अभ्यास नहीं किया जाता है तो कुछ समय बाद आपने जो डांस सीखा है वह भी भूल जाते हैं। इसलिए प्रतिदिन डांस का अभ्यास करना बेहद जरुरी है।

     

    तो दोस्तों ये थी Dance सीखने से जुड़ी कुछ जानकारी। हम आशा करते हैं कि आप Dance Kaise Sikhe यह समझ गए होंगे। अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें और हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें ताकि आपको ऐसी ही जानकारी मिलती रहे।

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